क्यों ना हम सब मिलकर फिर से एक नया स्वतंत्रता दिवस मना लें। क्यों ना हम सब मिलकर फिर से एक नया स्वतंत्रता दिवस मना लें।
वह पूछती है माँ ... मुझे आज़ादी कब मिलेगी ? वह पूछती है माँ ... मुझे आज़ादी कब मिलेगी ?
भारत प्रकाशरत हो आए इस स्वतंत्र प्रण रहे दृढ़ होंगे प्रण नए। भारत प्रकाशरत हो आए इस स्वतंत्र प्रण रहे दृढ़ होंगे प्रण नए।
और भारत को खुशहाल बनाए विश्व में इसका पंचम लहराए।। और भारत को खुशहाल बनाए विश्व में इसका पंचम लहराए।।
आओ यह संकल्प करें भक्ति शक्ति का अम्बर तक संचार करें... आओ यह संकल्प करें भक्ति शक्ति का अम्बर तक संचार करें...
डर कर सहम कर देख अपनी माताओं को, वे वीर भारत को स्वतंत्र कराने लगे थे। डर कर सहम कर देख अपनी माताओं को, वे वीर भारत को स्वतंत्र कराने लगे थे।